Category Archives: Hasya Kavi Sammelan

26th Parampara Goshthi

Baghi Chacha, Shambhu Shikhar & Saraswat Moham Manishi in IPEX Parampara Goshthi

Parampara Kavya Goshthi की शृंखला में 3 February 2013 को New Delhi के IPAX Bhawan का सभागार Pandit Gopal Prasad Vyas को समर्पित काव्य संध्या का गवाह बना। परंपरा की इस 26 वीं गोष्ठी का उद्घाटन वरिष्ठ कवि Dr Govind Vyas ने दीप-प्रज्ज्वलित कर के किया। इस अवसर पर श्री व्यास जी को गोष्ठी के संरक्षक के पद पर भी आसीन किया गया। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व इस पद का दायित्व Shri Uday Pratap Singh जी के कंधों पर था।
गोष्ठी के संयोजक श्री सुरेश बिंदल ने पंडित गोपाल प्रसाद व्यास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए गोष्ठी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ सारस्वत मोहन मनीषि, बाग़ी चाचा और Shambhu Shikhar ने काव्य पाठ किया।

Poets : Dr Saraswat Mohan Manishi, Baghi Chacha, Shambhu Shikhar, Dr Govind Vyas


Pakistan Army Killed indian soldiers

जब पाकिस्तानी सैनिक हमारे सैनिकों के सिर उतार के ले गये तो मेरे पड़ोस के एक बच्चे ने मुझसे पूछा- “भैया, पाकिस्तान हमारे सैनिकों के सिर का क्या करेगा?”
मैंने कहा- “बेटा वो अपने यहाँ के लोगों को दिखायेगा कि गर्व से उठे हुए सिर कैसे होते हैं।”
Chirag Jain


25th Parampara Goshthi

Rajesh Agrawal, Manoj Kumar Manoj, Dinesh Raghuvanshi in Parampara Goshthi

6 january 2013 को IPAX Bhawan में Kavya Parampara0की 25वीं गोष्ठी सम्पन्न हुई। Makhanlal Chaturvedi जी को समर्पित इस गोष्ठी में फ़रीदाबाद के श्रेष्ठ गीतकार Dinesh Raghuvanshi और मेरठ के कवि Manoj Kumar Manoj ने काव्यपाठ किया। युवा कवि Rajesh Agrawal ने गोष्ठी का संचालन किया।


Hasya Kavi Sammelan Ambala

Sitting (right to left) Krishna Kant Madhur, Manjeet Singh, Balvir singh Khichdi, Mahendra Ajanabi & Arjun Sisodiya. Standing Deepak Gupta.

31 दिसम्बर 2012 को Agrawal Vaishya Samaj, Ambala द्वारा अंबाला के Panchayat Bhawan में Kavi Sammelan का आयोजन किया गया। faridabad के हास्य कवि Deepak Gupta के संचालन में Arjun Sisodiya (ग़ाज़ियाबाद), Mahendra Ajanabi (दिल्ली), Balbir Singh Khichdi (मोदीनगर), Manjeet Singh (फ़रीदाबाद) और Krishnakant Madhur (दिल्ली) ने काव्य पाठ किया।


Damini Rape Case

मेरे पिता ने बचपन मुझे कभी गुड़िया से नहीं खेलने दिया …ताकि मैं सीख सकूँ कि लड़कियाँ खेलने की चीज़ नहीं हैं।
Chirag Jain